देख के कुदरत के क़यामत के तरीके,
आ गए इंसान को इबादत के तरीके,
दुश्मनों के घर जा उन्हें गले लगाया,
बता दिए उनको अदावत के तरीके,
बड़ी बेरुखी से उन्होंने नज़र फेर लीं,
देखे हैं ऐसे भी इजाज़त के तरीके,
मुखालफतों के डर से फ़रमाँ बदल गए,
हुकूमतें सिखाती हैं बगावत के तरीके,
जिंदा इंसानों को भी तो बुत बना दिया,
भूला ये शहर अपनी नफासत के तरीके,
ख़्वाबों को अपने ये बेचना चाहती नहीं ,
अजीब हैं आँखों की तिजारत के तरीके,
हौसलों की चादर तले महफूज़ है उम्मीद.,
आसान हैं इसकी हिफाज़त के तरीके,
दर्द-ए-दिल लबों पे आ के मुस्कुरा दिया
सीख लिए इसने भी सियासत के तरीके,
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